ठेकेदार से मेहनत-मजदूरी के रूपए मांगना युवक को पड़ा महंगा; ईट तोडऩे वाली बसोली से 55 वर्षीय बुजुर्ग पर किया हमला
फरीदाबाद। ठेकेदार से मेहनत-मजदूरी के रूपए मांगना एक 55 वर्षीय व्यक्ति को महंगा पड़ गया। बुजुर्ग की ठेकेदार ने बुरी तरह से पिटाई कर दी। ठेकेदार ने उस पर ईट तोडऩे वाली बसोली से हमला कर दिया। परिजनों ने उसे घायलावस्था में अस्पताल में दाखिल करवाया है। आरोप है कि पुलिस भी इस मामले में कार्यवाही नहीं कर रही। जानकारी के अनुसार बिहार के बेतिया के रहने वाले आरस मिया (55) पत्नी शाहजहां बेगम, तीन बेटियों व एक बेटे के साथ फरीदाबाद में रहता है। वह मेहनत मजदूरी करके परिवार का लालन पोषण कर रहा है। बड़ी बेटी अंजुम आरा की शादी हो चुकी है, जबकि दूसरी बेटियां व बेटा अभी छोटे हैं। वह बिहार से यहां कामधंधे के लिए आए हुए है। आरसा मियां ने बताया कि तीन महीने से वह रशुल मियां जो की बिहार के बेतिया का ही रहने वाला है, के पास काम कर रहा है। फिलहाल वह फरीदाबाद की भारत कालोनी में एक बिल्डिंग में ठेका लेकर काम कर रहा था।
इन तीनों महीनों में रसूल मियां ने उन्हें केवल 2500 रूपए ही दिए हैं। उसने ठेकेदार से मकान के किराए और घर खर्च के लिए रूपए मांगे थे, उसने कहा कि वह उसका तीन महीने का हिसाब कर दे, उसके घर में एक भी रूपया नही बचा है। आरसा ने बताया कि हिसाब करने की बात कहने पर ठेकेदार भडक़ गया है और गाली गलौच करने लगा। झगड़ा सुनकर उनका दामाद परवेज आलम भी मौके पर पहुंच गया। इसी दौरान रसूल मियां ने ईट फोडऩे वाली बसौली उनके सिर में मार दी। बसौली सिर में गहरे तक धंस गई, वह लहूलुकान होकर गिर पड़ा। बाद में उपरिजन उसे अस्पताल लेकर गए। आरस का कहना है कि उसके सिर से खूब रहा था, वह इसी हालत में पुलिस के पास थाने में गया और मदद की गुहार लगाई। पुलिस ने मौके पर कुछ नहीं किया और कहा कि पहले अस्पताल में अपना इलाज कराएं, पुलिस का कोई कर्मी उनके साथ नहीं आया, उसकी हालत गंभीर है, उन्होंने पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है।