गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या पर HC ने लिया संज्ञान, सरकार से मांगी रिपोर्ट; जेल IG को भी दिया यह निर्देश
रांची। झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस संजय कुमार मिश्रा व जस्टिस आनंद सेन की बेंच ने धनबाद जेल में बंद गैंगस्टर अमन सिंह की गोली मारकर हत्या करने के मामले में स्वत: संज्ञान लिया है। चीफ जस्टिस की अदालत ने इस मामले में राज्य सरकार से जवाब मांगा है। इस दौरान आईजी जेल को 5 दिसंबर को ऑनलाइन कोर्ट में उपस्थित होने का निर्देश दिया है। अदालत ने राज्य सरकार से घटना को लेकर पूछा कि जेल में हथियार कैसे पहुंच गए। जेल की सुरक्षा में चूक का कारण क्या है। अब अदालत ने इस मामले में अगली सुनवाई मंगलवार को निर्धारित की है।
जेल महानिरीक्षक को अदालत में उपस्थित होने का निर्देश…
अदालत ने सुनवाई के दौरान कारा महानिरीक्षक को ऑनलाइन अदालत में उपस्थित होने का निर्देश दिया है। महाधिवक्ता राजीव रंजन ने अदालत को बताया कि इस मामले की जांच के लिए एसआइटी का गठन किया गया है, जो घटना की जांच कर रही है। कारा महानिरीक्षक भी धनबाद गए हैं। अधिकारियों की टीम लौटेगी तो इसकी रिपोर्ट अदालत में पेश की जाएगी। बता दें कि धनबाद जेल में बंद शूटर अमन सिंह की रविवार को गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। अमन सिंह को सात गोली मारी गई थी। अमन सिंह धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर और कांग्रेस नेता नीरज सिंह की हत्या के मामले में जेल में बंद था।
बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार को घेरा…
वहीं, बाबूलाल मरांडी ने भी प्रशासन पर सवाल खड़े किए थे। बाबूलाल ने एक्स पर पोस्ट किया और लिखा कि धनबाद जेल में बंद कुख्यात अपराधी अमन सिंह की जेल में ही गोली मारकर हत्या कर दिये जाने की खबर झारखंड की क़ानून-व्यवस्था की पोल खोल रही है। मैं शुरू से ही कहता रहा हूँ कि जब जेल में बंद अपराधी, दलाल, बिचौलिये अधिकारियों और सत्ताधारियों से मिलकर जेल से ही मोबाइल के ज़रिए सरकार चलायेंगे, वसूली करवायेंगे तो अपराध आख़िर कैसे कम होगा?