एकनाथ शिंदे नहीं बनेंगे डिप्टी सीएम, अमित शाह और नड्डा के साथ बैठक में जानिए क्या हुई डील
महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन की तरफ से सीएम फेस को लेकर सस्पेंस कायम है। इन सबके बीच अब डिप्टी सीएम को लेकर भी एक नया मोड़ आता दिख रहा है। सूत्रों के अनुसार, सीएम की रेस से खुद को अलग करने वाले एकनाथ शिंदे अब डिप्टी सीएम भी नहीं बनना चाहते हैं।
सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ बैठक के बाद अंदरखाने से जो खबर सामने आई है, उसके अनुसार शिंदे अब डिप्टी सीएम की जगह गृह मंत्रालय पर नजर बनाए हुए हैं। बता दें कि महाराष्ट्र के सीएम का नाम बीजेपी की एक बैठक के बाद तय किया जाएगा।
क्या सच में डिप्टी सीएम नहीं बनना चाहते शिंदे…
सूत्रों के अनुसार, अमित शाह और जेपी नड्डा के साथ हुई बैठक में शिंदे ने बीजेपी का सीएम होने पर सहमति जताई। इस दौरान दो डिप्टी सीएम (एक शिवसेना और एक एनसीपी) के अमित शाह के फॉर्मूले पर भी सहमति व्यक्त की, लेकिन शिंदे ने खुद इस बार डिप्टी सीएम बनने की बात से असहमति जताई। चर्चा है कि शिंदे अपने पास गृह मंत्रालय रखना चाहते हैं। शिवसेना के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि एकनाथ शिंदे को कुछ भारी-भरकम विभागों के साथ कैबिनेट का हिस्सा बनाया जाना चाहिए, जिससे महाराष्ट्र में पार्टी और मजबूत बने।
बैठक के बाद एकनाथ शिंदे ने क्या कहा…
एकनाथ शिंदे ने केंद्रीय मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ बैठक के बाद कहा कि मीटिंग अच्छी और सकारात्मक रही। शिंदे ने कहा, “बैठक अच्छी और सकारात्मक रही। यह चुनाव के बाद पहली बैठक थी। हमने अमित शाह और जेपी नड्डा से चर्चा की…महायुति की एक और बैठक होगी। इसमें मुख्यमंत्री कौन होगा, इस बारे में फैसला लिया जाएगा। यह बैठक मुंबई में होगी।”
पीएम के हर फैसले को करेंगे स्वीकार…
इससे पहले, एकनाथ शिंदे ने कहा कि मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई बाधा नहीं है और “लाडला भाई” एक ऐसा पद है जो उनके लिए किसी भी अन्य चीज़ से अधिक महत्व रखता है। वह राज्य के सीएम पद के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से लिए गए किसी भी फैसले को स्वीकार करेंगे।